30
Aug 2018
Written by Smt Varshiji Gehlot of Mt Abu
धरती कितनी दूर ...... आकाश से,
उतना ही दूर ...... आसमाँ धरती से,
मिल जोये वो, क्षितिज कहलाये,
हँस कर वो , भी बोला
कितने पास , कितने दूर।।